सरसावा के 22 वर्षीय सनल मल्होत्रा, जो वर्तमान में विप्रो टैक्नोलॉजीज़ (Wipro Technologies) बंगलौर में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में कार्यरत हैं, थाईलैंड में आयोजित हो रही Thomson & Reuters Conference में 16 अप्रैल को रिसर्च पेपर प्रस्तुत करने जारहे हैं। इससे पूर्व चंडीगढ़ में Best Research Paper Award तथा अपने विश्वविद्यालय में Best Knowledge Creation Award से सम्मानित सनल मल्होत्रा का ये सातवां इंटरनेशनल रिसर्च पेपर होगा।
मूल रूप से सहारनपुर के एक छोटे से कस्बे सरसावा के निवासी सनल, नवल किशोर मल्होत्रा व सीमा मल्होत्रा के सुपुत्र हैं जो कक्षा 10 तक सरसावा के सेंट मेरीज़ स्कूल में पढ़े और उसके बाद ज्ञानकलश इंटरनेशनल स्कूल सहारनपुर से कक्षा 12 उत्तीर्ण की। एमिटी यूनिवर्सिटी नोएडा से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त करने के बाद वह विप्रो टैक्नोलॉजीज़ को अपनी सेवाएं दे रहे हैं और टैक्नोलॉजी के क्षेत्र में अपने देश का नाम ऊंचा करने की ख्वाहिश रखते हैं। अपनी सफलता के लिये सनल अपने माता पिता, बहिन मेघा व अपने शिक्षा संस्थानों को श्रेय देते हैं। सरसावा के विद्यार्थियों को वह विशेष रूप से प्रेरित करना चाहते हैं ताकि वह छोटे कस्बे में जन्म लेने के हीनता बोध को त्याग कर ऊंचे स्वप्न देखना आरंभ करें और उन स्वप्नों को साकार करने के लिये जी जान से प्रयास करें।
द सहारनपुर डॉट कॉम से फोन पर बात करते हुए सनल मल्होत्रा ने बताया कि बंगलौर में रहते हुए भी वह अपने गृह नगर सहारनपुर से बहुत लगाव रखते हैं और उनको यह जानकर बहुत हर्ष हुआ है कि सहारनपुर का नाम स्मार्ट सिटी योजना में शामिल कराने हेतु प्रयास चल रहे हैं। वह इस संबंध में सहारनपुर के लिये शुभकामनाएं देना चाहते हैं और उम्मीद करते हैं कि उनका सहारनपुर कुछ ही वर्षों में एक बेहतर स्वरूप में दिखाई दे सकेगा।